Introduction
रविवार को अधिकारियों ने बताया कि लड़कियों के एक स्कूल की 11वीं कक्षा की छात्रा को कथित तौर पर एक घंटे तक अपनी कक्षा के बाहर खड़ा रखा गया, क्योंकि उसने परीक्षा के दौरान सैनिटरी पैड मांगा था। इस घटना के बाद लोगों में आक्रोश फैल गया और मामले की आधिकारिक जांच की गई। घटना शनिवार को हुई, जब छात्रा का मासिक धर्म शुरू हो गया था और उसने प्रिंसिपल से मदद मांगी। उन्होंने बताया कि मदद के बजाय उसे कथित तौर पर नजरअंदाज किया गया और उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया।
लड़की के पिता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, उसकी बेटी परीक्षा देने के लिए स्कूल गई थी, तभी उसे पता चला कि उसका मासिक धर्म शुरू हो गया है। शिकायतकर्ता ने बताया कि प्रिंसिपल से सैनिटरी पैड मांगने पर उसे कथित तौर पर कक्षा से बाहर जाने के लिए कहा गया और करीब एक घंटे तक बाहर खड़ा रखा गया।
पिता ने जिला मजिस्ट्रेट, जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS), राज्य महिला आयोग और महिला कल्याण विभाग को लिखित शिकायत दी है। जिला विद्यालय निरीक्षक देवकी नंदन ने पुष्टि की कि मामले की जांच की जा रही है और निष्कर्षों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।